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हल्दी पाउडर से बनाएं नेचुरल कीटनाशक और कवक नाशक।

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हल्दी पाउडर नेचुरल पेस्टीसाइड और फंगीसाइड –

यदि आपके घर में एक सुन्दर सा गार्डेन है। तो आपका जीवन सुखमय और शांति पूर्ण हो सकता है। क्योंकि हरे भरे पौधों से हमें एक पॉज़िटिव एनर्जी मिलती है। जिससे स्ट्रेस कम होता है। परंतु गार्डेन को स्वस्थ और हैल्थी रखना भी बहुत ज़रूरी है। अगर हमने ज़रा सी भी लापरवाही की तो ये लाइफलेस हो सकता है। इसलिए प्रत्येक पौधे की देखभाल सही तरीक़े से करना चाहिए।

पौधों में सबसे कॉमन फंगस और पेस्ट लगना होता है। यानि कि पौधों में कवक रोग और कीट लगना। जिसके कारण पौधे ख़राब होने लगते हैं। इसीलिए पौधों को समय समय पर फंगीसाइड और पेस्टीसाइड देना आवश्यक है। अक्सर ये होता है कि हम मार्केट से कैमिकल फंगीसाइड और पेस्टीसाइड लेकर पौधों में अधिक मात्रा में स्प्रे कर देते हैं।

जिससे हमारे पौधों पर उल्टा असर होने लगता है। या फिर ये कैमिकल किसी जानवर या किसी छोटे बच्चे के कॉन्टेक्ट में आने पर उन्हें बीमार कर देते हैं। क्योंकि ये केमिकल प्वाइजनस होते हैं। इसीलिए अपने गार्डेन के पौधों के लिए एक नेचुरल फंगीसाइड और पेस्टीसाइड का प्रयोग करें।

आज हम आपको बताएंगे एक नेचुरल फंगीसाइड और पेस्टीसाइड का प्रयोग। जिससे आपके गार्डेन की काफ़ी सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं।

Turmeric(हल्दी)-

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है। जोकि एक एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक, एंटी माइक्रोबियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट है। ह्यूमन में यह लीवर को प्रोटेक्ट करता है और इम्यूनिटी बूस्ट करता है। हल्दी पौधों के लिए भी समान रूप से कार्य करती है। यह पौधों के लिए अत्यंत लाभकारी है।

Amazing benefits of Turmeric Powder(हल्दी के अविश्वनीय लाभ)-

1-Ant Control- हल्दी पाउडर चींटियों को भगाने का भी कार्य करता है। यदि आप अपने पौधे से चींटियां या दूसरे कीटों(जैसे मिली बग्स) को दूर रखना चाहते हैं। तो थोड़ा सा हल्दी पाउडर गमले में डाल दें।

2-Soil Pest Control- मिट्टी में फंगल रॉट और फंगस गनैट्स जैसे कवक लग जाते हैं। गमले की मिट्टी में हल्दी पाउडर मिक्स कर दें। और गमले की मिट्टी में निम्न स्प्रे बनाकर डालें।

Spray-

1tsp Turmeric Powder+ 1ltr Water

3-Healing Wounds-

पौधों में कभी कभी चोट लगने के कारण घाव बन जाते हैं। जिससे फंगल रॉट होने का ख़तरा रहता है। इसलिए इसका उपचार करना ज़रूरी है। हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी बैक्टेरियल गुण पाए जाते हैं। जोकि घाव को जल्दी भर देते हैं। हल्दी पाउडर को पानी के साथ मिक्स कर लें। इस पेस्ट को घाव पर लगा दें। ऊपर से टेप की सहायता से इस घाव को कवर कर दें।

पौधे की शाखा अगर कहीं से हल्की टूट गई हो या कट का निशान पड़ गया हो। हल्दी पाउडर उसे ठीक कर सकता है। पौधों में प्रुनिंग और ग्राफ्टिंग के बाद कटी हुई शाखाओं पर हल्दी पाउडर अवश्य लगाएं। इससे बैक्टीरिया उत्तपन्न नहीं होते।

4-Treat in Rose Die Back Disease-

गुलाब के पौधे में रोज़ डाय बैक डिजीज हो जाती है। जिससे पौधे की शाखाएं ब्लैक या ब्राउन कलर की हो जाती हैं। इससे पौधे के मरने का ख़तरा बढ़ जाता है। ऐसी अवस्था में शाखाओं में ब्लैक और ब्राउन वाला हिस्सा काट दें। और इसपर हल्दी पाउडर का पेस्ट लगा दें। यह रोज़ डाय बैक डिजीज को रोकता है।

5-Rooting Agent-

यदि किसी पौधे से किसी शाखा की कटिंग लेकर कोई पौधा उगाना चाहते हैं। तो शाखा का जो भाग निचला हो उसपर हल्दी पाउडर लगाकर उसे मिट्टी में लगा दें। हल्दी पाउडर शाखा से जड़ों को निकालने में मदद करता है। हल्दी पाउडर एंटी फंगल और एंटी माइक्रोबियल गुणों के कारण जड़ में कोई रोग नहीं लगने देता।

6-Pest Control-

पेस्ट छोटे छोटे काले और सफेद रंग के कीड़ों को कहा जाता है। अक्सर ये पौधों में लग जाते हैं। और पौधे की ग्रोथ को रोक देते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए हम नीम के तेल का प्रयोग करते हैं। परन्तु आप हल्दी पाउडर का भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा पौधों में पाउडरी मिल्ड्यू और फंगल स्पॉट्स जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं। इसके लिए आप इस प्रकार स्प्रे तैयार कर सकते हैं।

Spray-

2tsp Turmeric Powder+ 1ltr Water

Or

2tsp Turmeric Powder+ 100 ml Milk + 2tsp Vinegar+ 1ltr Water

Or

4-5 clove garlic paste +5 ml Neem Oil+ 1ltr Water+ 1-2 tsp Haldi Powder

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