जैसा कि आप जानते हैं कि आवंला विटामिन सी से भरपूर होता है। यह शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाकर वायरल और बैक्टेरियल इन्फेक्शन से बचाता है। यह बैक्टेरियल इन्फेक्शन जैसे की Conjunctivitis(Pink Eye) से भी बचाता है। इसके अलावा आंवले में विटामिन ए, विटामिन ई, आयरन और कैल्शियम भी पाया जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक और शुगर की मात्रा कम होती है। जिससे डायबिटीज जैसी बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है। क्योंकि ये बॉडी में शुगर के एबर्ज़ाप्शन को कम करता है।
इसके अलावा ये डाइजेस्टिव सिस्टम को भी इंप्रूव करता है। आंवले में उपस्थित विटामिन ए आंखों को हैल्थी बनाकर आंखो के विज़न को बढ़ाता है। फ़्री रेडिकल ब्रेन की सेल्स को डैमेज कर सकते हैं। आवलें में उपस्थित फाइटो न्यूट्रिएंट्स और एंटी ऑक्सीडेंट फ़्री रेडिकल डैमेज से बचाते हैं। यह ब्रेन के फंक्शन और मेमोरी को इंप्रूव करता है। यह त्वचा के लिए भी लाभदायक है। आवलें का प्रयोग जैम, कैंडी , सॉस, अचार, आवलें का मुरब्बा बनाने में कर सकते हैं।
सबसे अच्छा तरीका है कि आप आवलें का मुरब्बा बनाकर इसे प्रयोग करें। यहां हम आपको आवलें का मुरब्बा बनाने का बेहद आसान तरीका बताएंगे। आप इसे ज़रूर ट्राय करें –
Ingridient(सामग्री) –
500-600 gm Indian Gooseberry(आवंला)
500-600 gm Rocky Sugar Candy Powder(मिश्री पाउडर)
1/2 tsp Cardamom(छोटी इलायची पाउडर)
1/3 tsp Black Salt(काला नमक)
1/2 tsp Dried Ginger Powder(सोंठ पाउडर)
Method(विधि) –
10 आवलें पानी में भिगोकर रात भर के लिए रख दें। सुबह इसमें एक फोर्क लेकर होल्स बना दें। अब एक पैन में पानी को उबालें। इसमें आवलें डालकर 5-10 मिनट के लिए और उबालें। जब आवलें सॉफ्ट हो जाएं। तब इसे पानी से निकाल लें। अब एक दूसरा पैन लें। उसमें पिसी हुई मिश्री डालें। इसमें 5-6 tsp पानी मिलाएं। और इसे स्लो फ्लेम पैन को कवर करके रख दें। बीच – बीच में इसे चम्मच से चलाते रहें। 40-45 मिनट में इसकी चाशनी तैयार हो जाएगी। अब इसे फ्लेम से हटाकर ठंडा करें। और इसमें छोटी इलायची पाउडर, काला नमक, सोंठ पाउडर मिक्स कर दें। इस टेस्टी मुरब्बे को 1 साल के लिए ज़ार में भरकर रख सकते हैं।
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