खेती को आसान बनाने के लिए कृषि क्षेत्र में प्रतिदिन नई नई तकनीक की खोज हो रही है। जिससे किसानों को अनेक लाभ मिलते हैं। इन मशीनों का प्रयोग करने से किसानों का टाइम भी बचता है और फसल भी अच्छी आती है। इसके अलावा खेती में ज़्यादा लेबर वर्क भी नहीं होता। जिससे पैसा भी बचता है। हालांकि टैक्निकल मशीनों से काम तो आसान हो ही जाते हैं। इसके साथ साथ मशीनें काफ़ी सफाई से काम भी कर देती हैं। इन मशीनों को बस एक बार इंस्ट्रक्शन दिए ये अपना वर्क स्टार्ट कर देती हैं। वर्क इतना फास्ट होता है कि लेबर भी नहीं कर सकते। तो आज हम आपको कुछ ऐसी ही मशीनों के बारे में बताएंगे। जो आपके एग्री बिजनेस में काफ़ी फायदेमंद साबित हो सकती हैं। यदि आप बड़े लेवल पर खेती करना चाहते हैं या कर रहे हैं। तो इन मशीनों को ज़रूर ट्राय करें।
1-Drone Sprayer-
ऐसे तो ड्रोन का प्रयोग किसी चीज़ पर नज़र रखने के लिए किया जाता है। परंतु क्या आप जानते हैं कि ड्रोन का प्रयोग कृषि क्षेत्र में भी किया जाता है। पौधों में पेस्टिसाइड का स्प्रे करने के लिए ड्रोन का प्रयोग कर सकते हैं। इसके द्वारा बीज और उर्वरक भी स्प्रे कर सकते हैं। ये कम से कम समय में एक लार्ज एरिया कवर कर सकता है। इसमें एक क्रॉप सेंसर और कैमरा होता है। जो आसानी से पता लगा सकता है कि ज़मीन के किस हिस्से में स्प्रे करने की ज़रूरत है। जिससे समय भी बचता है और हमारा स्प्रे वेस्ट भी नहीं होता। इसके अलावा ये फसल की मैपिंग और मॉनिटरिंग भी कर सकता है। जिन पौधों को न्यूट्रिएंट्स की आवश्यकता होती है। ये फ़ौरन शो कर देता है।
2-See & Spray- AI –
इसमें स्कैन करने की योग्यता होती है। इसलिए जहां भी खेतों में इसे वीड्स यानि कि खर पतवार दिखाई देता है। ये वहां पर वीड किलर स्प्रे का छिड़काव कर देती है। इसके अलावा ये कीटनाशक (Pesticide) और कवक नाशक(Fungicide) का भी स्प्रे करती है। इसके साथ ही इस मशीन का प्रयोग पौधों कि कटिंग और प्रूनिंग के लिए भी करते हैं।
3-Smash(Mobile Robotic Machine)-
इस मशीन में एक बेस, ड्रोन और रोबोटिक हैंड होता है। ये खेती के सभी कार्यों को करने में सक्षम है। इसके द्वारा मिट्टी की कंडीशन चेक की जा सकती है। इसके साथ ही इस मशीन का प्रयोग कर कैमिकल पेस्टिसाइड और कम्पोस्ट भी स्प्रे किया जा सकता है।
4-Root Al-
ये पके हुए फलों और सब्जियों को बिना किसी क्षति के तोड़ने का कार्य करती है। ये खुद से ड्राइव होती है। इसमें एक हाथ के आकार का हैंडल होता है जिससे फल या सब्ज़ी तोड़ी जाती है। इसके अलावा इसमें एक सेंसर, कैमरा और लाइट होती है। जिससे पके हुए फलों और सब्जियों की स्कैनिंग होती है। स्कैनिंग करने के बाद ये मशीन पके हुए फल को बिना किसी डैमेज के पेड़ से अलग कर देती है। इससे काम भी तेज़ी होता है।
5-Ortomec Harvester-
फसल पक जाने के बाद उसे ज़मीन से निकालना काफ़ी मुश्किल कार्य होता है। जिसमें अधिक से अधिक मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है। इसी कार्य को आसान बनाने के लिए ऑर्टोमेक मशीन का प्रयोग किया जाता है। यह पूरी की पूरी फसल सही सलामत ज़मीन से एक बार में निकाल लेती है। इसे हार्वेस्टिंग मशीन भी कह सकते हैं।
6-Veneroni Mobile Pump-
नॉर्मल पंप्स का प्रयोग सिंचाई के लिए करते हैं तो वो खेत के एक किनारे से पानी की सिंचाई कर सकते हैं। लेकिन अगर वेनेरोनी मोबाइल पंप का प्रयोग करते हैं तो ये खेत के सभी हिस्सों में पानी पहुंचाता है। ये ट्रैक्टर के साथ अटैच होता है। और जगह जगह जाकर पानी से खेत की सिंचाई करता है।
7-M.F 2370 Ultra HD-
इस मशीन का प्रयोग खेतों में पड़ी हुई सुखी घास का बंडल बनाने के लिए करते हैं। ये काफ़ी तेज़ी से कार्य करती है। इसकी कार्य करने की क्षमता 50 स्ट्रोक / मिनट होती है।
8-Naio Dino –
यह मशीन एक इलेक्ट्रॉनिक रोबोट है। जिसमें जीपीएस और कैमरा होता है। यह मजदूरों से फास्ट वर्क करती है। 12 एकड़ ज़मीन से पौधे निकालने का कार्य ये सिर्फ़ 9 घंटे में करती है। ये मशीन खेतों में उपस्थित सूखे और मरे हुए पौधों को स्कैन करती है और फिर उन्हें निकाल देती है। जिससे फसल अच्छी बनती है।
9-Yanmar YM Tractor-
खेतों की टिलिंग यानि कि गुड़ाई करने के लिए एक ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। ये ट्रैक्टर किसानों के ख़र्च को कम करता है। और उत्पादन को बढ़ाता है।
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