अक्सर हम किचन से निकले हुए सब्जियों और फलों के छिलकों को कूड़ा समझकर फेंक देते हैं। परन्तु इन छिलकों का प्रयोग हम अपने गार्डेन के पेड़ पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। आलू, गोभी, मटर, भिंडी, तुरई, लौकी, प्याज़, लहसुन, चुकंदर, गाजर, मूली, खीरा, सेब, आम, संतरा, अनार इत्यादि के छिलके ही किचन वेस्ट कहलाते हैं। इस किचन वेस्ट से हम पौधों के लिए एक अच्छी न्यूट्रीशन से भरपूर खाद तैयार कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करने होंगे –
Kitchen Waste Compost –
एक बड़ा मिट्टी का पॉट लेकर उसमें 4-5 ड्रेनेज होल्स बना लें। इसमें एक लेयर मिट्टी की बनाएं। फिर कुछ सूखी पत्तियों की लेयर बना लें। 2-3 सेंटीमीटर ताज़ी घास की लेयर बनाएं। यदि आपके पास पहले से बनी हुई कोई भी कम्पोस्ट यानि कि खाद है तो इसकी भी एक लेयर बनाएं। अगर नहीं है। तो इस स्टेप को छोड़ दें।
अब आगे सब्जियों के छिलकों से एक लेयर बनाएं। इसके बाद एक लेयर ताज़ी हरी घास की बनाएं। इस पर थोड़ा पानी का छिड़काव करें। इसपर पहले से बनी हुई खाद डालें। और अब इस पॉट को कवर कर दें।
ध्यान रखें कि प्रत्येक सप्ताह इसमें 300 ml पानी का छिड़काव अवश्य करें। तीन से चार महीने में आपकी किचन वेस्ट कम्पोस्ट पूरी तरह तैयार हो जाएगी। और इसकी मिट्टी पूरी ब्लैक हो जाएगी। इसे धूप में सुखाकर पौधों की मिट्टी में डालें। ये खाद गर्मी और बारिश के मौसम में जल्दी तैयार हो जाती है। सर्दियों में अधिक समय लग सकता है।
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