फ़ैशन ट्रेंड के अनुसार एरिका प्लांट हर घर में पाया जाता है। यह शो प्लांट दिखने में अत्यंत सुंदर तो लगता ही है। इसके साथ ही यह एक अच्छा एयर प्यूरी फायर भी है। इसे ज़्यादा देख भाल की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि यह रूम लाइट में भी चल जाता है। इसे ना तो ज़्यादा धूप चाहिए और ना ही ज़्यादा पानी। लेकिन इसमें कभी कभी विंटर डिज़ीज़ हो जाती है। जैसे कि ब्लैक स्पॉट्स, कट्स आदि।
जोकि ओवर वाटरिंग के कारण हो जाते हैं। अगर आपको अपने प्लांट को हरा भरा रखना है। तो आप इन टिप्स को अपना सकते हैं।
Soil Preparation(मिट्टी बनाना)-
एरिका प्लांट लगाने के लिए पहले एक 12 इंच का एक पॉट लें। फिर इसमें वॉटर ड्रेनिग के लिए होल्स बनाएं। इसके बाद इस पॉट के लिए मिट्टी तैयार करें। मिट्टी में बालू मिक्स होनी चाहिए क्योंकि एरिका एक पाम ट्री है। जोकि रेतीले समुद्र के किनारे अधिक उगते हैं। यदि मिट्टी में थोड़ी सी बालू मिक्स होगी तो ये पानी को एक जगह ठहरने नहीं देगी। जिससे ओवर वाटरिंग का ख़तरा कम हो जाएगा।
Fertilizers(उर्वरक)-
ऐसे तो एरिका प्लांट के लिए फर्टिलाइजर्स की आवश्यकता नहीं होती परन्तु इसमें सर्दियों में कुछ बीमारियां लग जाती हैं। जैसे ब्लैक स्पॉट्स, कट्स, फंगीसाइड इत्यादि। इस अवस्था में आप फर्टिलाइजर्स का प्रयोग कर सकते हैं। फर्टिलाइजर्स आप खुद घर पर बना सकते हैं।
Method(विधि)-
इसे बनाने के लिए एक प्याज़ की आवश्यकता होगी। प्याज़ के छिलके उतारकर उसे कट कर लें। और मिक्सर ग्राइंडर में उसे ग्राइंड कर लें। एक पेस्ट बन जाएगा अब इसमें 1 लीटर पानी मिलाकर स्प्रे बॉटल में भर लें और थोड़ा बचा लें। स्प्रे बॉटल से पौधे पर छिड़काव करें। और बचे हुए भाग को पॉट की मिट्टी में डालें।
इससे जड़ों में लगने वाला फंगस दूर होगा। इस फर्टिलाइजर की स्मेल से कीड़े मकोड़े दूर भाग जाते हैं। यह न्यूट्रीशन रिच और डिज़ीज़ रेजिस्टेंस होता है। इसमें पौधे के लिए आवश्यक सभी ज़रूरी तत्व शामिल होते हैं। जैसे कि कैल्शियम, आयरन, कॉपर, मैग्नेशियम, पोटैशियम इत्यादि। जिससे पौधे के स्टेम स्ट्रॉन्ग बनते हैं।
इसके अलावा आप एरिका प्लांट में वर्मी कम्पोस्ट या काऊ डंग को भी फर्टिलाइजर्स के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। जिससे आपका पौधा और तेज़ी से ग्रो करेगा। और हमेशा हरा भरा रहेगा। 12 इंच के पॉट में 50 gm तक वर्मी कम्पोस्ट डाल सकते हैं।
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