Skip to content

एरिका प्लांट में लगने वाली बीमारियां और उनका उपचार।

340484ce 3901 48d7 9a7f ebf447cc8f2f

एरिका पाम एक एयर प्यूरीफायर इनडोर प्लांट है। लंबी पत्तियों वाला यह पौधा दिखने में बेहद आकर्षक लगता है। इसे सेरेमिक , क्ले , सीमेंटेड या प्लास्टिक के पॉट में लगा सकते हैं। इसकी देखभाल करना ज़रूरी है। वर्ना इसकी पत्तियां येलो और ब्राउन होने लगती हैं। इसके अलावा भी कई बीमारियां लग जाती हैं। इसलिए इनका उपचार करना ज़रूरी है। यहां हम आपको बताएंगे कि एरिका पाम को किन चीज़ों की आवश्यकता होती है। जिससे एरिका प्लांट हमेशा हरा भरा दिखता है। और इसमें लगने वाली बीमारियों का उपचार कैसे करें –

Plant Needs-

1- इस पौधे को क्ले पॉट यानि कि मिट्टी के गमले में लगाना सबसे बेस्ट रहता है।

2- इसकी मिट्टी वेल ड्रेन यानि कि 60% गार्डेन की मिट्टी , 25% सैंड(बालू) , 15% वर्मिकॉम्पोस्ट(किचन कम्पोस्ट या काऊ डंग) मिक्स होनी चाहिए।

3- इसे ऐसी जगह रखें जहां पर टेंप्रेचर 15 -25 डिग्री सेल्सियस हो।

4- इसको इन डायरेक्ट सन लाइट में रखें। सूखी पत्तियों की ट्रिमिंग कर दें। या उन्हें अलग कर दें।

5- पानी तभी दें जब इसकी मिट्टी 1 इंच सूखने वाली हो। इसमें पानी पत्तियों के ऊपर से शॉवर करते हुए दें। सर्दियों में पानी 3-4 दिन बाद दें।

6- इस पौधे में प्रत्येक 2 महीने बाद फर्टिलाइजर का प्रयोग करें। इसके लिए हमेशा ऑर्गेनिक लिक्विड फर्टिलाइजर का प्रयोग करें। जैसे – काउ डंग लिक्विड फर्टिलाइजर, नीम केक लिक्विड फर्टिलाइजर(बारिश से पहले दें), मस्टर्ड केक लिक्विड फर्टिलाइजर (सर्दी से पहले दें) या फिर सीवीड सॉल्यूशन।

यदि आप लिक्विड फर्टिलाइजर नहीं प्रयोग करना चाहते हैं। तो आप प्रत्येक महीने में पाउडर फर्टिलाइजर का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे – 1 tsp Mustard Cake Powder(Source of Protein) , 1tsp Zyme Granules (Lot of Micronutrients like Boron, Zinc, Magnese) , 4-5 tsp Vermicompost(NPK Elements Rich)

Disease-

एरिका प्लांट में ओवर वाटरिंग के कारण कई बीमारियां हो जाती हैं। जैसे कि इसकी पत्तियों की टिप ब्राउन होना, फंगस लगना, जड़ों का नष्ट होना, रूट रॉट हो जाना, पेस्ट अटैक( मीली बग्स, अफिड्स , पैचेज ) होना।

Treatment-

1- Cinnamon- सिनामन एक ऑर्गेनिक रूटिंग हार्मोन है। यह पौधे की रूट को प्रोटेक्ट करता है और ग्रोथ में हेल्प करता है। ये पौधे को फंगस लगने से भी बचाता है। अगर पौधे के पॉट में मिट्टी के ऊपर green fungus और brown algae दिखाई देती है। तो उसपर सिनामन पाउडर डालें।

प्रत्येक महीने में पौधे में सिनामन (दालचीनी) सॉल्यूशन दें। इसे बनाने के लिए दालचीनी को ग्राइंडर में पीसकर पाउडर बना लें। 2 tsp पाउडर लेकर 1/2 लीटर पानी में उबाल लें। अब इस सॉल्यूशन को ठंडा करें और 10 लीटर पानी के साथ मिलाकर स्प्रे कर दें और पॉट की मिट्टी में भी डालें।

2-Neem Oil or Neem Water- यदि पौधे में कीड़े मकोड़े या मीली बग्स, अफिड्स , एंट्स (चींटी) इत्यादि दिखाई देते हैं। तो इसपर नीम के तेल का पानी या नीम की पत्तियों का पानी बनाकर स्प्रे करें।

Spray-

1tsp Neem Oil+ 1 Ltr Water+ 1-2 Drops Hand Wash

यह भी पढ़ें-

एरिका प्लांट्स की कैसे करें देखभाल।

 

Leave a Reply