कोकोपीट एक नेचुरल फाइबर होता है। जोकि कोकोनट हस्क यानि कि नारियल के बाहरी शेल से बना होता है। इसे बनाने के लिए नारियल के छिलके के रेशे निकाल कर डिकम्पोज़ करते हैं। फिर उसका डार्क ब्राउन कलर का पाउडर बनाते हैं। यह हॉर्टिकल्चर यानी कि बागवानी के लिए अत्यंत आवश्यक है।
यह पौधों की मिट्टी को सॉफ्ट और उपजाऊ बनाता है। इसके अलावा यह पौधों के लिए ऑक्सीजन और न्यूट्रीशन भी उपलब्ध कराता है। यह एंटी फंगल भी होता है। इससे पौधे मिट्टी में अच्छी तरह ग्रो करते हैं। इसे आउटडोर , इनडोर , टैरेस गार्डेन और किचन गार्डेन के लिए प्रयोग में ला सकते हैं। या सीड जरमिनेशन के लिए भी यूज़ कर सकते हैं। ऐसे तो कोकोपीट आप ऑनलाइन या सीड शॉप से ले सकते हैं।
परन्तु आप इसे अगर घर पर ही बनाना चाहते हैं। तो आप अपने घर पर इस प्रकार से कोकोपीट बना सकते हैं।
Decomposition-
कोकोनट पील यानि कि नारियल के बाहरी छिलके को किसी पत्थर की सहायता से छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ दें। उसके बाद एक बकेट या पॉट में आधे हिस्से तक पानी भर दें। इसमें नारियल के छिलके के टुकड़े और रेशे डालें और थोड़ी मिट्टी या वर्मिकम्पोस्ट मिलाकर 30-45 दिन के लिए किसी छाया वाले स्थान पर बंद करके रख दें।
45 दिन बाद देखेंगे की कोकोपीट का रंग काला हो गया है। अब इसे पानी से अलग कर लेंगे। इसके पानी को नॉर्मल पानी के साथ मिलाकर दूसरे गमलों की मिट्टी में प्रयोग कर सकते हैं। यह पानी एक ग्रोथ बूस्टर की तरह कार्य करता है।
अब इन रेशों और टुकड़ों को सुखाकर किसी कैंची की मदद से छोटे छोटे टुकड़ों में काट लेंगे। और ग्राइंडर में इसे ग्राइंड करके पाउडर बना लेंगे।
Readymade Cocopeat-
मार्केट से लिया गया कोकोपीट मोलासेस और फरमेंटेड विधि द्वारा डिकम्पोज़ किया जाता है। इसे ब्रिक्स यानि कि ईंट के आकार में बनाया जाता है। इसे प्रयोग में लाने से पहले कोकोपीट ईंट को पानी में भिगोकर रखा जाता है फिर जब कोकोपीट ईंट फूल जाती है तो इसे पानी के साथ मिला दिया जाता है। अब 30% कोकोपीट की मात्रा गमले की मिट्टी में मिलाकर पौधा लगा सकते हैं।
यह भी पढ़ें-
हल्दी पाउडर से बनाएं नेचुरल कीटनाशक और कवक नाशक।