फल हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं। फलों से हमें कई पोषक तत्व मिलते हैं। जो हमारे शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स हमारे शरीर की सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इसलिए प्रतिदिन फल का प्रयोग अवश्य करें।
आप अपने घर में भी कई फलों के पौधे लगा सकते हैं। इन पौधों से आपको प्योर ऑक्सीजन मिलने के साथ साथ एक अच्छी सेहत भी मिलेगी। कुछ फलों के पौधे ऐसे होते हैं। जिन्हें कम जगह में बहुत आसानी से उगाया जा सकता है। और इस प्रकार के फलों के पौधे दिखने में भी सुंदर होते हैं। जिनसे आप अपने घर को डेकोरेट भी कर सकते हैं। इन्हें आप अपने घर के इनडोर, आउटडोर या टैरेस गार्डेन के गमलों में लगा सकते हैं। तो आइए जानते हैं वो फल कौन से हैं। जिनको आप गमलों में लगा सकते हैं-
1-Calamondin Orange/Chinese Orange-
यह दिखने में एक डेकोरेटिव प्लांट की तरह लगता है। ये मंडारिन ऑरेंज और कुमक्वात का क्रॉस प्रोडक्ट है। इसके पौधे को 12 इंच के पॉट में लगाया जा सकता है। इसके फल ऑरेंज कलर में 1 इंच डाया मीटर के होते हैं। फलों का टेस्ट नींबू और संतरे के मिक्सअप जैसा होता है। इसे रिफ्रेशिंग ड्रिंक, जैम, जैली, कैंडी और मुरब्बा बनाने के लिए प्रयोग करते हैं। पहले इसका फल ग्रीन कलर में होता है। यह फल मैच्योर होकर येलो और ऑरेंज हो जाता है। फर्टिलाइजर में नीम केक पाउडर, वर्मिकांपोस्ट, बोनमील, बनाना पील इत्यादि प्रयोग कर सकते हैं। प्रत्येक 15 दिन में इसपर नीम ऑयल का स्प्रे करें।
2-Key Lime/ Kagzi Nimbu-
काग़ज़ी नींबू की ड्वार्फ वैरायटी पाई जाती हैं। जिन्हें आप पॉट में लगा सकते हैं। इसके फल का छिलका काफ़ी पतला और मैच्योर होकर लाइट येलो कलर का हो जाता है। यह पूरे साल फ्रूटिंग करता है। इसे अधिक धूप और पानी चाहिए होता है। ग्रोइंग के समय नाइट्रोजन रिच फर्टिलाइजर और फ्लॉवरिंग के समय पोटैशियम और फास्फोरस रिच फर्टिलाइजर का प्रयोग करें। जैसे – नीम केक पाउडर, वर्मिकांपोस्ट, बोनमील, मस्टर्ड केक पाउडर इत्यादि। प्रत्येक 15 दिन में नीम ऑयल पानी के साथ मिलाकर स्प्रे करें।
3-Strawberry-
इस पौधे का फल न्यूट्रीशन से भरपूर होता है। यह एक शैलो रूट प्लांट है। इसलिए इसे गमले में लगा सकते हैं। इसे ज़्यादा जगह की जरूरत नहीं होती।
सितंबर से लेकर अप्रैल के महीने तक यह आसानी से ग्रो हो जाता है। इसके लिए ऑर्गानिकली रिच , वेल ड्रेन, एसिडिक सॉइल (5.5-6.5 pH) की आवश्यकता होती है। फूल आने के 10 दिन पहले से फुल सन लाइट और रेगुलर वाटरिंग दें। फर्टिलाइजर में बोनमील, वर्मिकांपोस्ट, नीम केक पाउडर इत्यादि प्रयोग करें। 10-15 दिन में नीम ऑयल स्प्रे करें।
4-Guava-
अमरूद एक हाईली न्यूट्रीशियस प्लांट है। इसके फल का पील ग्रीन और पल्प पिंक होता है। व्हाइट पल्प वाले भी पौधे आते हैं। इसकी ड्वार्फ वैरायटी गमलों में लगाई जा सकती है। यह साल में दो बार फ्रूटिंग करता है। अच्छी फ्लॉवरिंग के लिए फास्फोरस युक्त फर्टिलाइजर प्रयोग करें। फ्लॉवरिंग के बाद पोटैशियम युक्त फर्टिलाइजर दें। हैल्थी और टेस्टी फलों को उगाने के लिए Epsum Salt (Magnesium Sulphate) का प्रयोग करें। फर्टिलाइजर में वर्मिकांपोस्ट, मस्टर्ड केक पाउडर, बनाना पील इत्यादि का प्रयोग करें। फंगस और पेस्ट से पौधे को बचाने के लिए नीम ऑयल या नीम केक पाउडर का स्प्रे करें।
5-Fig Tree-
अंजीर एक अत्यधिक न्यूट्रीशनल फल होता है। इसकी मेडिसिनल वैल्यू होती है। इसका फल लाइट येलो से वायलेट कलर में चेंज हो जाता है। गर्मी और पतझड़ के मौसम में यह अच्छा चलता रहा। इसके लिए एल्कलाइन रिच सॉइल और 3-4 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है। वर्मिकांपोस्ट, मस्टर्ड केक पाउडर, नीम केक पाउडर और बोनमील पाउडर इत्यादि फर्टिलाइजर का प्रयोग करें। फ्रूटिंग से पहले Epsum Salt और Calcium Nitrate का सॉल्यूशन दें। 10-15 दिनों में नीम ऑयल पानी के साथ स्प्रे करें।
6-Kumquat/Chinese Mausami-
इसे लकी प्लांट माना जाता है। इसके पौधे की पत्तियां काफ़ी सुंदर होती हैं। इसमें ओवल शेप में सिट्रस फल निकलते हैं। इसका पल्प खट्टा और छिलका मीठा होता है। पहले इसमें ग्रीन कलर के 1- 1.5 इंच के फल आते हैं। बाद में ये येलो कलर में चेंज हो जाते हैं। इसकी फर्टिलाइजर की विधि चाइनीज ऑरेंज के समान है।
7-Apple Ber/Jujube-
इसका फल काफ़ी बड़ा होता है। और इसका टेस्ट बेर के समान होता है। यह सिर्फ़ सर्दियों में फल देता है। इसकी रेगुलर वाटरिंग, प्रूनिंग करें। नीम ऑयल भी स्प्रे करें।
8-Pomegranate-
अनार का पौधा भी एक डेकोरेटिव प्लांट है। इसकी ड्वार्फ वैरायटी गमलों में लगा सकते हैं। इसके लिए गर्मी का मौसम बेस्ट होता है। वसंत ऋत के समय इसको लगाना चाहिए। फर्टिलाइजर में काऊ डंग, वर्मिकांपोस्ट, नीम केक पाउडर, कम्पोस्ट टी इत्यादि दें।
इसके अलावा भी कई ऐसे फल हैं जिन्हें आप गमलों में लगा सकते हैं जैसे – Dragon Fruit, Cherry, Mango, Mulberry, Grapes, Banana , Chiku, Star Fruit इत्यादि।
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