बादाम का वैज्ञानिक नाम Prunus dulcis है। इसका फल एक ड्रूप होता है। जिसमें बीजों के ऊपर एक हार्ड शेल पाई जाती है। यह न्यूट्रीशन, एंटी ऑक्सीडेंट, फाइबर और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। इसमें निम्न तत्व निम्न मात्रा में पाए जाते हैं।
Vitamin E- 37% of the Recommended Dietary Intake(RDI)
Manganese- 32% of the RDI
Magnesium- 20% of the RDI
Protein- 6 g
Fat- 14 g
Fiber- 3.5 g
इसमें कॉपर और विटामिन B2(Riboflavin) और फास्फोरस भी पाया जाता है। एक मुट्ठी बादाम खाने से शरीर को 161 कैलोरीज़ और 2.5 g डाइजेस्टिबल कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है।
ऐसे तो बादाम का पौधा वेस्टर्न एरिया में ज़्यादा पाया जाता है। परंतु विंटर सीज़न में इसे इंडिया में भी लगा सकते हैं। बादाम का पौधा ग्रो होकर काफ़ी बड़ा हो जाता है। इसलिए इसे ग्राउंड एरिया में लगा सकते हैं। लेकिन पहले इसे जर्मिनेट करते हैं। फिर इसे गमले में ग्रो कराते हैं। इसे ग्रो कराने के लिए दो विधियां हैं।
1st Method-
Seed Germination-
बादाम को 24 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। इसके बाद एक एयर टाईट कंटेनर लें। इसमें आधे हिस्से तक कोको पीट भर दें। अब इसमें 3-4 को बराबर दूरी पर बादाम के प्वाइंट एरिया के साइड से कोकोपीट के अंदर दबा दें। ऊपर से कोकोपीट की एक लेयर और डाल दें। हल्का सा पानी स्प्रे करें और कंटेनर को बंद कर दें।
इस कंटेनर को फ्रिज में फ्रिजर के नीचे वाले पोर्शन में रखें। फ्रिज में इसलिए रखना ज़रूरी है क्योंकि फ्रिज एक्स्ट्रा पानी को सोक लेता है। और मॉइश्चर बनाए रखता है।
प्रत्येक 10 दिन में बॉक्स के अंदर पानी चेक करते रहें। बॉक्स के कवर पर पानी की बूंदे सूखनी नहीं चाहिए। अगर सूखने लगें तो कोकोपीट में हल्का पानी स्प्रे करते रहें। 15 दिन बाद बादाम को चेक करें।
यदि बादाम क्रैश हो रहा है यानि कि बादाम के पील से सफेद भाग दिख रहा है। तो बीज उगने के लिए तैयार है। 40 दिन में इसे चेक करेंगे तो आपको बादाम से एक लॉन्ग रूट निकलती दिखाई देगी।
Transplant-
50 दिन के बाद इसे दूसरे बड़े पॉट में ट्रांसप्लांट कर दें। बड़े पॉट में कोकोपीट भरकर हल्का पानी डालें और अपनी उंगली से एक होल करें। इसके बाद इसमें जर्मिनेटेड बादाम को रूट के साइड से होल के अंदर लगा दें। ऊपर से हल्की कोकोपीट डाल दें।
एक ट्रे में पानी भरकर उसमें एक मार्बल का पत्थर रखकर पॉट को इसी पत्थर पर रख दें। इससे गमले के आस पास चींटियां नहीं लगेंगी। इस गमले को मॉइश्चर एरिया में या मनी प्लांट के आस पास शेड्स एरिया में रखें। 75 दिनों में बादाम के पौधे की मैक्सिमम ग्रोथ हो जाएगी। जब पौधा बड़ा होने लगे इसे ग्राउंड एरिया में ट्रांसप्लांट कर दें।
इसका पौधा दिखने में बेहद आकर्षक होता है। इसके फूल काफ़ी सुन्दर और क्लस्टर में निकलते हैं। इसे शो प्लांट की तरह भी अपने गार्डेन में लगा सकते हैं।
2nd Method-
24 घंटे के लिए बादाम को भिगो दें। 5-6 इंच के एक पॉट में ड्रेन होल करें और 20% कोकोपीट , 30% वर्मिकम्पोस्ट, 50% गार्डेन सॉइल मिलाकर भर दें।
अब इसमें 3-4 बादाम को प्वाइंट के साइड से बराबर दूरी पर लगा दें। हल्का पानी स्प्रे करें और इसे सेमी शेड्स एरिया में रख दें। 50-60 दिन में पौधा ग्रो होकर 1-2 इंच का हो जाएगा।
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