जबलपुर स्थित Tractor Factory ने प्रारंभिक चरण की निवेश फर्म ऑल इन कैपिटल के नेतृत्व में अपने प्री-सीड राउंड में 4 करोड़ रुपये (लगभग $500,000) जुटाए हैं।
भारत फाउंडर्स फंड, देवसी और ढींगरा पार्टनर्स प्रॉस्पेरिटी ट्रस्ट (किर्लोस्कर जेनरेटर फैमिली ऑफिस से जुड़े) जैसे पारिवारिक कार्यालयों सहित कई प्रमुख निवेशकों ने इस राउंड में भाग लिया।
इसके अलावा, समीर सूद (वेंचर हाईवे के संस्थापक), अभिषेक गोयल (ट्रैक्सन के संस्थापक), आयुष फुम्ब्रा (चेग के संस्थापक) और पुनीत कुमार (स्टीडव्यू कैपिटल से) जैसे एंजेल निवेशक भी नए निवेश में शामिल हुए।
इस फंड का उपयोग कंपनी की तकनीक को मजबूत करने, बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने और ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।
2024 में शैलेश तिवारी द्वारा स्थापित, ट्रैक्टर फैक्ट्री भारतीय कृषि मशीनीकरण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है। जबलपुर स्थित यह कंपनी उपयोग किए गए ट्रैक्टरों को खरीदने और बेचने के लिए एक ओमनीचैनल मार्केटप्लेस प्रदान करती है। किसानों की मशीनीकरण जरूरतों को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के मिशन के साथ, ट्रैक्टर फैक्ट्री भारतीय किसानों के लिए तकनीकी समाधान ला रही है।
ट्रैक्टर फैक्ट्री का मुख्य उद्देश्य भारतीय किसानों को सशक्त बनाना और उपयोग किए गए ट्रैक्टरों के खरीदारों और विक्रेताओं के बीच की दूरी को कम करना है। कंपनी का ओमनीचैनल दृष्टिकोण ऑनलाइन सुविधा और ऑफलाइन भरोसे को एक साथ जोड़ता है, जिससे हर लेनदेन में पारदर्शिता और विश्वास सुनिश्चित होता है।
तकनीक और नवाचार

कंपनी उन्नत डेटा एनालिटिक्स और ग्राहक अंतर्दृष्टि का उपयोग करती है ताकि अपनी सेवाओं को सुगम बनाया जा सके और किसानों को अनुकूल समाधान प्रदान किए जा सकें। इसका उपयोगकर्ता-अनुकूल प्लेटफॉर्म खरीद और बिक्री प्रक्रिया को सरल बनाता है, जिससे किसान बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
भविष्य की योजनाएं
नवीनतम फंडिंग से, ट्रैक्टर फैक्ट्री निम्नलिखित लक्ष्यों को हासिल करने की योजना बना रही है |
- तकनीकी ढांचे को मजबूत करना: बेहतर ग्राहक जुड़ाव के लिए AI-आधारित सुविधाओं के साथ अपने प्लेटफॉर्म को अपग्रेड करना।
- बाजार में उपस्थिति बढ़ाना: भारत के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अधिक किसानों तक पहुंचना।
- ग्राहक अनुभव को बढ़ाना: वित्तीय विकल्प और बिक्री के बाद समर्थन जैसी अतिरिक्त सेवाएं विकसित करना।
भारत में कृषि मशीनीकरण क्षेत्र प्रौद्योगिकी में प्रगति और बढ़ते मशीनीकरण के कारण तेजी से बढ़ रहा है। ट्रैक्टर फैक्ट्री जैसे स्टार्टअप इस प्रगति को छोटे और मध्यम किसानों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
पिछले हफ़्ते इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर निर्माता मूनराइडर ने भी एडवांटेज फाउंडर्स और मिसेलियो टेक्नोलॉजी फंड के नेतृत्व में 2.2 मिलियन डॉलर (19 करोड़ रुपये) का सीड राउंड जुटाया।
ट्रैक्टर फैक्ट्री केवल एक मार्केटप्लेस नहीं है, यह एक आंदोलन है जो भारतीय किसानों को सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है। कृषि मशीनीकरण को सुलभ और किफायती बनाकर, कंपनी इस उद्योग में नए मानक स्थापित कर रही है। जैसे-जैसे यह नवाचार और विस्तार करता है, ट्रैक्टर फैक्ट्री भारतीय कृषि क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का वादा करती है।